
प्रतिनिधी प्रा मेघा पाटील
महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के मार्गदर्शनानुसार राजभवन के आतिथ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए आयोजित तीन दिवसीय कौशलवर्धन प्रशिक्षण शिविर तथा प्रमाणपत्र वितरण समारोह** का आयोजन गुरुवार (दि. 13) को राजभवन में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

समापन सत्र की अध्यक्षता राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नारनवरे उनके हस्ते प्रशिक्षण पूरा करने वाले 62 कर्मचारियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस उपक्रम का उद्देश राजभवन के कर्मचारियों को अधिक दक्ष, प्रशिक्षित और सेवाभावी बनाना था!

यह प्रशिक्षण इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी के सहयोग से आयोजित किया गया था।
शिविर में कर्मचारियों को निम्न विषयों पर अनुभवसहित प्रशिक्षण दिया गया—खानपान सेवा (Food & Beverage Service)गृह प्रबंधन (Housekeeping Management)खाद्य उत्पादन (Food Production)

इस प्रशिक्षण से कर्मचारियों की कार्यकुशलता, व्यवहारिक जानकारी और सेवा की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की अपेक्षा है।
कौशल प्रशिक्षण का महत्व – डॉ. नारनवरे..
अपने उद्बोधन में राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नारनवरे ने कहा कि शासकीय सेवा में कौशलवर्धन प्रशिक्षण का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा

“राजभवन राज्य के संवैधानिक प्रमुख अर्थात राज्यपाल का आधिकारिक निवास है। यहां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष** आगमन करते रहते हैं। ऐसे में राजभवन का आतिथ्य सर्वोत्तम और मानक गुणवत्ता का होना आवश्यक है।”
डॉ. नारनवरे ने विश्वास जताया कि यह प्रशिक्षण कर्मचारियों की कार्यक्षमता और पेशेवर योग्यता को और अधिक मजबूत करेगा।

समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रदान करने वाले विशेषज्ञों का सत्कार किया गया। जिनमें प्रमुख रूप से डॉ. निशित श्रीवास्तव प्राचार्य, नीलम नाडकर वरिष्ठ प्राध्यापिका,प्रा. नंदकुमार गायकवाड,प्रा. अमोल बलकवडे,
मेधा भट्टाचार्य का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम का प्रास्ताविकराज्यपाल के परिवार प्रबंधक डॉ. निशिकांत देशपांडेने किया।
जबकि सूत्रसंचालन राज्यपाल की निजी सचिव अर्चना गायकवाड़ ने सौंदर्यपूर्ण तरीके से किया।
राजभवन में सेवा की गुणवत्ता और कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित यह प्रशिक्षण शिविर अत्यंत सराहनीय सिद्ध हुआ है और इसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है।


